Thursday 23 February 2017

top home remedies for enlarged prostate in hindi

प्रोस्टेट वृद्धि में उपयोगी आयुर्वेद की जड़ी बूटियां 



सामान्यतया लोगों में प्रोस्टेट की वृद्धि 50 वर्ष की उम्र के बाद होना शुरू होती है l प्रोस्टेट ग्रन्थि ( enlarged prostate gland )  के बढ़ने से मूत्र मार्ग पर दबाव पड़ने लगता है जिससे अधिकतर लोगों में पेशाब करने में कठिनाई, बार-बार पेशाब लगना, पेशाब बूंद बूंद करके आना, पेशाब करते समय जलन एवं दर्द होना तथा पेशाब की जोर से हाजत लगने के बावजूद पेशाब खुलकर नहीं आता है, नींद डिस्टर्ब होती है जिससे तनाव, थकान, बेचैनी बढती है l


प्रोस्टेट वृद्धि में फायदेमंद जड़ी बूटियाँ

( herabal remedies for enlarged prostate in hindi )-


1. कांचनार ( Bauhinia variegate benefits )


कांचनार जिसे कचनार भी कहते हैं ,प्रोस्टेट सहित शरीर में होने वाली सभी प्रकार की गाँठों की सूजन एवं दर्द को दूर करने में बहुत उपयोगी है l कांचनार की छाल का चूर्ण आधा से  एक चम्मच की मात्रा में या इसकी छाल का काढ़ा 50-50 ml की मात्रा में सुबह शाम लेते हैं l कचनार से बनी कांचनार गुग्गुलु मार्किट में उपलब्ध है जो की enlarged prostate में बहुत फायदेमंद है यह prostate की सूजन को कम करती है बार बार पेशाब जाना , पेशाब में जलन, पेशाब रुक रुक कर आने जैसी तकलीफों में आराम मिलता है l


2. गोखरू ( tribulas tersestris ) –





गोखरू को english में caltrop तथा संस्कृत में गोक्षुर कहते हैं l गोखरू प्रोस्टेट एवं मूत्र मार्ग के संक्रमण को दूर करता है l यह पेशाब खुलकर लाता है, मूत्राशय को ताकत देता है l मूत्र मार्ग एवं मूत्राशय की पथरी को टुकड़े टुकड़े करके बारीक पाउडर के रूप में पेशाब के रास्ते से बाहर निकाल देता है l गोखरू का काढ़ा 50-50 ml की मात्रा में या 3-6 ग्राम चूर्ण सुबह शाम पानी से लेना फायदेमंद है l


3. पुनर्नवा (boerhavia diffusa ) –


पुनर्नवा दो शब्दों से बना है पुनर + नवा अर्थात जो जड़ी बूटी नया जीवन देती है उसे पुनर्नवा कहते हैं शरीर में एक रक्त की वृद्धि करके एवं रसायन गुणों के कारण पुन: शरीर का नव निर्माण करती है इसलिए इसे पुनर्नवा कहते हैं l प्रोस्टेट, मूत्र प्रणाली एवं शरीर में स्थित सुजन को दूर करने में पुनर्नवा बहुत उपयोगी है l english में इसे spreading hogweed कहते हैं l पुनर्नवा से बनी पुनर्नवादि मंडूर, पुनर्नवारिष्ट enlarged prostate में बहुत लाभदायक हैं l


4. शिलाजीत ( mineral pitch ) –




शिलाजीत आयुर्वेद की अत्यन्त महत्वपूर्ण औषधि है जो कि शरीर की रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ाने, मूत्र मार्ग एवं प्रोस्टेट की सुजन को दूर करने तथा पेशाब की जलन को दूर करने में अत्यन्त प्रभावी है l इसके लिये शुद्ध शिलाजीत या उपरोक्त जड़ी बूटियों से मिलकर बनी हुई गोक्षुरादि गुग्गुलु, शिलाजत्वादि वटी,पुनर्नवादि मण्डूर,कांचनार गुग्गुलु का सेवन चिकित्सक की देख रेख में कर सकते हैं जो बहुत फायदेमंद हैं l


5. शतावरी ( asparagus racemosus ) –


शतावरी आयुर्वेद की बहुत उपयोगी जड़ी बूटी है डिलीवरी के बाद जब बच्चे को पिलाने के लिए स्त्रियों में दूध कम उतरता है तो शतावरी का प्रयोग किया जाता है साथ ही ladies एवं gents दोनों के reproductive system को ताकत मिलती है sexual performance बढती है l

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Tuesday 7 February 2017

10 Ayurved Remedies for cold and cough in Hindi

                                 
                                                 सर्दी जुकाम के 10 आयुर्वेदीय उपाय 


1.तुलसी, अदरक, कालीमिर्च एवं लोंग की चाय सर्दी, खाँसी,जुकाम में शीघ्र ही आराम देती है l


2.अदरक को कूटकर रस निकालकर गुनगुना करके शहद मिलाकर चाटना cold, cough में बहुत लाभदायक है l

3.एक गिलास गरम ढूध में चोथाई चम्मच हल्दी डालकर पीने से खाँसी, जुकाम में तुरंत आराम मिलता है।

4.जुकाम होने पर गरम पानी ,टोमेटो सूप या non वेजीटेरियन हैं तो चिकन सूप पीने से तुरंत राहत मिलती है l

5. एक चुटकी हल्दी पानी में उबालकर गरारे करने से गले के दर्द, बन्द नाक, गले की खराश में तुरन्त आराम आता है।

6. गरम पानी में धारा डाल कर भाप लेने से गले एवं नासिका में चिपका हुआ कफ ढीला होकर बाहर निकल जाता है और cough and cold में आराम मिलता है l

7. त्रिकटु चूर्ण ½ चम्मच मात्रा में दिन में 2 बार शहद से चाटना खाँसी, जुकाम में तुरन्त आराम देता है।

8. लक्ष्मी विलास रस की 1-1 गोली दिन में 3 बार गरम पानी से लेना फायदेमंद है।

9. मुलहठी का छोटा टुकड़ा ,अदरक का टुकड़ा, लवंगादी वटी या व्योषादी वटी चूसना खाँसी में बहुत फायदेमंद है।

10. सर्दी ,जुकाम ,बुखार  में गिलोय के साथ 2-3 तुलसी के पत्ते डाल कर बनाया हुआ काढ़ा पीना बहुत फायदेमंद है lwww.drmanojgupta.blogspot.in