Tuesday 13 June 2017

यदि आपको शूगर है तो जरुर पढ़ें यह लेख / Amazing Health and Diabetes Benefits of Jamun Fruit in hindi



जामुन एक ऐसा फल है जो ना सिर्फ खाने में बहुत स्वादिष्ट होता है बल्कि सेहत के लिये भी बहुत फायदेमंद होता है l जामुन को jamun, plum, blackberry, जम्बुल जैसे अनेक नामों से जाना जाता है l

आइये देखते हैं जामुन के 5 बेहतरीन फायदे 

1.Diabetes control में बहुत फायदेमंद है जामुन / Best medicinal benefits of  jamun is its anti-diabetic properties. 

डायबिटीज में जामुन अत्यंत फायदेमंद है l इसके लिय सीजन में फल खाए जा सकते हैं l जामुन में प्रचुर मात्रा में विटामिन, खनिज लवण एवं anti oxident तत्व पाये जाते हैं l जामुन शुगर को कम करता है साथ ही शुगर में होने वाले लक्षणों जैसे पेशाब ज्यादा लगना, ज्यादा प्यास लगना और पेशाब की दुर्गंन्ध को दूर करता है l जामुन की गुठली का पावडर भी शुगर कन्ट्रोल में बहुत ही फायदे मंद होता है l


2.एनीमिया यानि खून की कमी को दूर करता है जामुन 

 Jamun to increase haemoglobin


जामुन में प्रचुर मात्रा में आयरन एवं विटामिन सी पाया जाता है  l जिससे खून की कमी दूर होती है, थकान एवं कमजोरी में आराम मिलता है l


3.immunitiy power को बढ़ाने में उपयोगी है जामुन


जामुन के सेवन से रोग प्रतिरोधक शक्ति बढती है जिससे रोगों से बचाव होता है l जामुन में पाये जाने वाले तत्व immunity power को बढ़ाने में उपयोगी साबित होते है l

        
4.उच्च रक्तचाप ( High BP ) में फायदेमंद है जामुन


जामुन में प्रचुर मात्रा में पोटेशियम पाया जाता है  जिससे उच्च रक्तचाप को कम करने में सहायता मिलती है l


5.मुंह की दुर्गन्ध को दूर करता है jamun -

जामुन के पत्तों के क्वाथ से गरारे करने से मुंह की दुर्गन्ध दूर होती है और मुंह के छाले भी ठीक होते है l


जामुन खाने में सावधानी


1.जामुन एक बार में ज्यादा मात्रा में  ना खायें l      
2.भूखे पेट जामुन ना खायें ,
3.जामुन खाने के तुरंत बाद दूध ना पीयें l

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हमें आशा है की यह लेख आपके लिय बहुत ही उपयोगी साबित होगा l
धन्यवाद l

Dr.Manoj Gupta
www.drmanojgupta.blogspot.com


Sunday 9 April 2017

Healthy and Happy Life: Butter milk health benefits for 7 disease in hindi...

Healthy and Happy Life: Butter milk health benefits for 7 disease in hindi...: 7 बीमारियों में अत्यंत गुणकारी है  छाछ "  पीयें एक गिलास छाछ , भोजन के संग रोज । नहीं जरुरत दवाइयों की , चेहरे पर होगा ओज ।। &quo...

Butter milk health benefits for 7 disease in hindi.

7 बीमारियों में अत्यंत गुणकारी है छाछ
पीयें एक गिलास छाछ,भोजन के संग रोज ।
नहीं जरुरत दवाइयों की,चेहरे पर होगा ओज ।। "

जी हाँ दोस्तों छाछ यानि buttermilk इतनी ही गुणकारी है ।

गर्मियों में छाछ अमृत के समान गुणकारी मानी गई है । दही में पानी डालकर मथकर मक्खन निकालने के बाद जो शेष बचता है उसे छाछ कहते है । छाछ को मट्ठा, buttermilk, लस्सी के नाम से भी जाना जाता है। लेकिन लस्सी जब ही माना जाना चाहिये जब दही में से मक्खन ना निकाला जाये । छाछ में प्रचुर मात्रा में कैल्शियम, विटामीन, खनिज लवण एवं anti oxident पाये जाते हैं ।

7 बीमारियों में अति उपयोगी है छाछ
 ( buttermilk is most beneficial
in 7 disease in hindi ) -

1. बवासीर ( Piles ) में अत्यंत गुणकारी है छाछ

( piles yani bawasir me bahut faydemand hai chhach )
                              
आयुर्वेद में छाछ बवासीर यानी piles में बहुत उपयोगी मानी गई है । इससे कब्ज दूर होती है । पाचन सुधरता है ।बवासीर के मस्सों की सुजन दूर होती है । खाने के साथ एक गिलास ताज़ी छाछ में भुना जीरा, पोदीने का पावडर, हल्का काला नमक, हल्का सैंधा नमक डालकर घूंट घूंट करके पीयें ।

2 . अरुचि ( Anorexia ), Acidity में अति गुणकारी है छाछ –

( Buttermilk is good for Digestive system problems )

 भूख ना लगने, अपचन, गैस, एसीडिटी की शिकायत हो तो रोज लंच में खाने के साथ एक गिलास buttermilk घूंट घूंट करके पीयें । साथ में जीरा, पोदीना, काला नमक डालें l

3. IBS  ( irritable bowel sindrome ) में अत्यंत फायदेमंद है buttermilk –

 IBS में रोगी को दिन में कई बार शौच ( मलत्याग )के लिए जाना पड़ता है । कई बार कुछ भी खाते ही मलत्याग की हाजत हो जाती है । कभी (constipaion तो कभी diarrhoea होता है । पेट में बहुत गैस बनती है । ऐसी स्तिथि में आयुर्वेद में पर्पटी कल्प के रूप में केवल तक्र यानि छाछ का ही सेवन करवाया जाता है । जिसमे सालों पुराने मरीज ठीक हो जाते हैं ।

4 .मोटापा  ( obesity ) को करती है कम


छाछ मोटापा को कम करने में भी बहुत ही गुणकारी है । यह शरीर के अनावश्यक fat को कम करती है । शरीर को सुन्दर और सुडौल बनाती है ।

5 .कोलेस्ट्रोल कम करने में उपयोगी है छाछ

buttermilk
कोलेस्ट्रोल को कम करने में भी बहुत गुणकारी है । इसके लिए रोज खाने के साथ  उपयोग करें ।

6 . लू ( sunstorke ) लगने से बचाती है

गर्मियों में तेज धूप से शरीर में पानी की कमी हो कर लू लग जाती है और उल्टी दस्त लग जाते हैं ।  ऐसी स्तिथि में छाछ शरीर में पानी की पूर्ति करती है ।

7 . कील,मुहांसों को दूर करती है छाछ  -

छाछ पीने एवं त्वचा पर लगाने दोनों रूपों में शरीर की सुन्दरता को निखारती है । चेहरे पर फेसपैक के रूप में लगाने पर चेहरे की skin पर चमक आती है,रंग गोरा करती है,skin चिकनी हो जाती है ।

Saturday 18 March 2017

Haridra khand for allergy treatment in hindi

                      
                      
                      एलर्जी में फायदेमंद हरिद्राखंड 

हरिद्रा खण्ड आयुर्वेद की अति उपयोगी एवं महत्वपूर्ण ओषध है l इसका मुख्य घटक हरिद्रा यानि हल्दी है l इसलिए इसे हरिद्रा खण्ड कहा जाता है l


हरिद्रा खण्ड के फायदे / haridra khand benefits for allergy in hindi


हरिद्रा खण्ड Urticaria यानि त्वचा पर पित्ती होना की मुख्य दवा है l इसके अलावा एलर्जिक चर्म रोग (skin problems), खुजली (itching), एक्जीमा, मुहांसे (pimples), एलर्जिक जुकाम (cold and cough) में भी बहुत उपयोगी है l हरिद्रा खंड एंटी आक्सीडेंट, शोथनाश्क, एंटी एलर्जिक, एंटी माइक्रोबायल गुणों से भरपूर है l इसके सेवन से त्वचा पर चमक आती है जिससे त्वचा जवां और सुन्दर बनती है l


हरिद्रा खण्ड बनाने का तरीका / kaise banaye haridra khand


हरिद्रा खण्ड घर पर भी आसानी से बना सकते है l

Main ingredients of haridra khand  –

हल्दी पाउडर 384 ग्राम, गाय का घी 288 ग्राम, गाय का दूध 3.072 लीटर, मिस्री 2.4 किलोग्राम l

Other ingredients  – 

सोंठ, काली मिर्च, पिप्पली, तेज पत्र, छोटी इलाइची, दालचीनी, वायविडंग, निशोथ, नागकेशर, नागर मोथा, ह्र्र्ड, बहेड़ा, आंवला, सभी प्रत्येक 48 ग्राम l

How to make haridra khand in hindi

एक बर्तन में घी गर्म करते हैं उसमें हल्दी पाउडर डाल कर 2-3 मिनट तक धीमी आंच पर भून लेते हैं l एक अन्य चोडे मुँह के बर्तन में उबला हुआ दूध लेकर उसमे मिस्री मिला लेते है l अब इस मिस्री मिले हुए दूध में घी में भुनी हल्दी डाल देते हैं और धीमी आंच पर धीरे धीरे चलाते रहते हैं l धीरे धीरे यह मिश्रण गाढ़ा होने पर जब अंगुली से  मसलने पर 2-3 तार छोड़ने लगे, पानी के गिलास में डालने पर पैंदे में जम जाये तथा घी एवं हल्दी के पकने की सुगन्ध आने लगे तो आंच से उतार लें l अब इसमें सभी प्रक्षेप डाल कर अच्छी तरह मिला लें l कड़छी से अच्छी तरह चलाते रहें  l कुछ देर में ग्रेन्यूल्स के रूप में तैयार हरिद्रा खण्ड आपके सामने होगा l

Doses of haridra khand – 

3–6 ग्राम सुबह शाम दूध के साथ l

हरिद्रा खण्ड चिकित्सक की राय से अन्य ओषधियों के साथ अथवा अकेले लिया जाना चाहिए  गर्भावस्था में हरिद्रा खण्ड का सेवन नही करना चाहिएं l 


Thursday 23 February 2017

top home remedies for enlarged prostate in hindi

प्रोस्टेट वृद्धि में उपयोगी आयुर्वेद की जड़ी बूटियां 



सामान्यतया लोगों में प्रोस्टेट की वृद्धि 50 वर्ष की उम्र के बाद होना शुरू होती है l प्रोस्टेट ग्रन्थि ( enlarged prostate gland )  के बढ़ने से मूत्र मार्ग पर दबाव पड़ने लगता है जिससे अधिकतर लोगों में पेशाब करने में कठिनाई, बार-बार पेशाब लगना, पेशाब बूंद बूंद करके आना, पेशाब करते समय जलन एवं दर्द होना तथा पेशाब की जोर से हाजत लगने के बावजूद पेशाब खुलकर नहीं आता है, नींद डिस्टर्ब होती है जिससे तनाव, थकान, बेचैनी बढती है l


प्रोस्टेट वृद्धि में फायदेमंद जड़ी बूटियाँ

( herabal remedies for enlarged prostate in hindi )-


1. कांचनार ( Bauhinia variegate benefits )


कांचनार जिसे कचनार भी कहते हैं ,प्रोस्टेट सहित शरीर में होने वाली सभी प्रकार की गाँठों की सूजन एवं दर्द को दूर करने में बहुत उपयोगी है l कांचनार की छाल का चूर्ण आधा से  एक चम्मच की मात्रा में या इसकी छाल का काढ़ा 50-50 ml की मात्रा में सुबह शाम लेते हैं l कचनार से बनी कांचनार गुग्गुलु मार्किट में उपलब्ध है जो की enlarged prostate में बहुत फायदेमंद है यह prostate की सूजन को कम करती है बार बार पेशाब जाना , पेशाब में जलन, पेशाब रुक रुक कर आने जैसी तकलीफों में आराम मिलता है l


2. गोखरू ( tribulas tersestris ) –





गोखरू को english में caltrop तथा संस्कृत में गोक्षुर कहते हैं l गोखरू प्रोस्टेट एवं मूत्र मार्ग के संक्रमण को दूर करता है l यह पेशाब खुलकर लाता है, मूत्राशय को ताकत देता है l मूत्र मार्ग एवं मूत्राशय की पथरी को टुकड़े टुकड़े करके बारीक पाउडर के रूप में पेशाब के रास्ते से बाहर निकाल देता है l गोखरू का काढ़ा 50-50 ml की मात्रा में या 3-6 ग्राम चूर्ण सुबह शाम पानी से लेना फायदेमंद है l


3. पुनर्नवा (boerhavia diffusa ) –


पुनर्नवा दो शब्दों से बना है पुनर + नवा अर्थात जो जड़ी बूटी नया जीवन देती है उसे पुनर्नवा कहते हैं शरीर में एक रक्त की वृद्धि करके एवं रसायन गुणों के कारण पुन: शरीर का नव निर्माण करती है इसलिए इसे पुनर्नवा कहते हैं l प्रोस्टेट, मूत्र प्रणाली एवं शरीर में स्थित सुजन को दूर करने में पुनर्नवा बहुत उपयोगी है l english में इसे spreading hogweed कहते हैं l पुनर्नवा से बनी पुनर्नवादि मंडूर, पुनर्नवारिष्ट enlarged prostate में बहुत लाभदायक हैं l


4. शिलाजीत ( mineral pitch ) –




शिलाजीत आयुर्वेद की अत्यन्त महत्वपूर्ण औषधि है जो कि शरीर की रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ाने, मूत्र मार्ग एवं प्रोस्टेट की सुजन को दूर करने तथा पेशाब की जलन को दूर करने में अत्यन्त प्रभावी है l इसके लिये शुद्ध शिलाजीत या उपरोक्त जड़ी बूटियों से मिलकर बनी हुई गोक्षुरादि गुग्गुलु, शिलाजत्वादि वटी,पुनर्नवादि मण्डूर,कांचनार गुग्गुलु का सेवन चिकित्सक की देख रेख में कर सकते हैं जो बहुत फायदेमंद हैं l


5. शतावरी ( asparagus racemosus ) –


शतावरी आयुर्वेद की बहुत उपयोगी जड़ी बूटी है डिलीवरी के बाद जब बच्चे को पिलाने के लिए स्त्रियों में दूध कम उतरता है तो शतावरी का प्रयोग किया जाता है साथ ही ladies एवं gents दोनों के reproductive system को ताकत मिलती है sexual performance बढती है l

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